Kolkata: पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने शनिवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा है कि मुख्यमंत्री उनके साथ ऐसा व्यवहार कर रही हैं जैसे औरंगजेब ने शिवाजी महाराज के साथ किया था.
कोलकाता में एक कार्यक्रम के दौरान पूछे गये सवाल के जवाब में राज्यपाल ने कहा कि बंगाल में लोकतंत्र खत्म हो चुका है. मेरे पहूंचने पर वीसी रूम बंद हो जाता है, विधानसभा का गेट बंद हो जाता है, मैं शहरों के दौरे पर जाता हूं तो मुझे वहां अधिकारी, कर्मचारी कोई मिलता ही नहीं है.
इसे भी पढ़ें – रघुवर दास के बढ़ते कद के बीच कंपनियों का बंद होना क्या इत्तेफाक है?
लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा कर रहा हूं
ये लोकतंत्र का खात्मा नहीं है तो क्या है? यह वैसा ही है जैसा औरंगजेब ने शिवाजी के साथ किया था. उन्होंने कहा कि राज्यपाल के नाते वह लोगों के संवैधानिक अधिकारों की रक्षा के लिए काम कर रहे हैं. राज्यपाल ने कहा कि मुझे लगता है कि स्वच्छ भारत अभियान सबसे पहले पश्चिम बंगाल के विधानसभा से शुरू होना चाहिए.
उन्होंने कहा कि लोग मुझ पर आरोप लगाते हैं कि मैं मुख्यमंत्री और सरकार के काम में रुकावट पैदा करता हूं लेकिन होता इसका उलटा है. यहां तो मैं रिसीविंग एंड पर हूं. मैं अपनी ओर से समस्याओं के समाधान के लिए पहल कर रहा हूं लेकिन राज्य सरकार की ओर से समस्याएं खड़ी की जा रही हैं.
बंगाल के मंत्री मुझे पर्यटक कहते हैं. इन सबके बारे में अथवा लोगों की समस्याओं के बारे में उन्होंने कई पत्र ममता को भेजे हैं लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली. राज्यपाल ने कहा कि बुलबुल चक्रवात के समय मुख्यमंत्री ने अच्छा काम किया तब उन्होंने उनकी प्रशंसा की लेकिन जब राज्य सरकार की गलतियों को उजागर करते हैं तो उन पर सवाल खड़े किये जाते हैं. लेकिन अगर सरकार ये चाहे कि मैं बतौर राज्यपाल मुख्यमंत्री की तारीफ करता रहूं तो मैं उसके लिए नहीं बैठा हूं.
इसे भी पढ़ें – #CitizenshipAmendmentBill : ममता बनर्जी ने कहा, पश्चिम बंगाल में #CAB के कार्यान्वयन की अनुमति नहीं देंगे