ज्ञानसेतु ई विद्यावाहिनी में स्कूलों की रुचि नहीं, 21 जिलों से सिर्फ 198 ने भरा फॉर्म
राज्य शिक्षा परियोजना ने बताया चिंताजनक, कार्यक्रम से गणित, अंग्रेजी और हिंदी सीखने में 14 प्रतिशत वृद्धि दर्ज

Ranchi : विद्यार्थियों में सीखने की क्षमता विकसित करने के लिए शुरू किये गये ज्ञान सेतु ई विद्यावाहिनी कार्यक्रम में राज्य के स्कूल अधिक रुचि नहीं ले रहे हैं.
इसके तहत स्कूलों को कार्यक्रम के प्रमाणीकरण के लिये फॉर्म भरना होता है. लेकिन अब तब राज्य के मात्र 21 जिलों के 198 स्कूलों ने ही यह सर्टिफिकेशन फॉर्म भरा है.
राज्य शिक्षा परियोजना की ओर से पांच जुलाई को जारी पत्र में इसकी जानकारी दी गयी है. इसमें बताया गया है कि ज्ञानसेतु ई विद्यावाहिनी कार्यक्रम में स्कूलों की कम रुचि चिंताजनक है. परियोजना की ओर से बार -बार पत्र जारी करने के बाद भी स्कूलों ने इस संबध में कोई अरुचि दिखाते हुए जुलाई तक सर्टिफिकेशन फॉर्म नहीं भरा.
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11 जिलों के पांच या इससे भी कम स्कूलों ने भरा फॉर्म
इस संबध में जारी पत्र में बताया गया है कि राज्य के 11 जिलों से पांच या इससे भी कम स्कूलों ने फॉर्म भरे. तीन जिलों से एक भी फॉर्म नहीं भरा गया.
इसके लिए पहले ही परियोजना की ओर से कार्यक्रम से संबधित मैन्युअल उपलब्ध कराने के बाद भी जिला स्तर से स्कूलों के प्रदर्शन में कमी है जबकि योजना के तहत सभी सरकारी विद्यालयों को फॉर्म भरना है.
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गणित, अंग्रेजी और हिंदी सीखने की क्षमता में 14 प्रतिशत वृद्धि
राज्य में ज्ञान सेतु एवं ई विद्यावाहिनी कार्यक्रम लागू होने के बाद छह माह में ही छात्रों की सीखने की क्षमता में 14 प्रतिशत वृद्धि दर्ज की गयी.
इसी को देखते हुए कार्यक्रम के तहत इस वित्तीय वर्ष में जुलाई के पहले सप्ताह से बूस्टर फेज शुरू किया गया जो 45 दिनों का है. इसका उद्देश्य बच्चों की सीखने की क्षमता में लगातार वृद्धि करना है.
15 से 19 जुलाई तक का दिया गया समय
शिक्षा परियोजना की ओर से स्कूलों को सर्टिफिकेशन फॉर्म भरने के लिये 15 से 19 जुलाई तक का समय दिया गया है. इसके लिये परियोजना की ओर से जिलावार पदाधिकारी को कार्यभार दिया गया है जिन्हें जिलावार ज्ञान सेतु ई विद्यावाहिनी कार्यक्रम की मानीटरिंग करनी है.
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