पलामू: पत्थर माइंस में अपराधियों का उत्पात, 3 पोकलेन- 2 ड्रिल मशीनें फूंकी, 10-12 राउंड फायरिंग
कई वाहनों में भी की तोड़फोड़, माइनिंग कंपनी को 4 से 5 करोड़ का नुकसान

Palamu: पलामू जिला अंतर्गत छत्तरपुर थाना क्षेत्र के दनटुटा पत्थर माइंस पर बीती रात अपराधियों ने जमकर उत्पात मचाया. इस दौरान तीन पोकलेन, दो जेनरेटर, 2 ड्रिल मशीनों को आग के हवाले कर दिया गया.
जबकि दो महंगें वाहनों को क्षतिग्रस्त किया गया. इस दौरान कई राउंड फायरिंग की गयी. इस घटना में माइंस कंपनी को 4 से 5 करोड़ का नुकसान हुआ है.
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अपराधियों की हुई पहचानः एसपी
गुरूवार की सुबह जिले के पुलिस अधीक्षक इन्द्रजीत माहथा, प्रशिक्षु आईपीएस विनीत कुमार और डीएसपी शंभू कुमार सिंह ने घटनास्थल का जायजा लिया. ग्रामीणों से बात की और मामले में अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई तेज कर दी है.

एसपी ने बताया कि अपराधियों की पहचान कर ली गयी है. घटना के पीछे रंगदारी विवाद सामने आया है. अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी तेज की गयी है.
ग्रामीणों की आड़ में कुछ अपराधी दे रहे घटनाओं को अंजाम
घटनास्थल पर पहुंचे एसपी ने माइंस क्षेत्र के ग्रामीणों से बात की. उनकी परेशानियों को समझने की कोशिश की. जमीन पर बैठक कर एसपी द्वारा ग्रामीणों की फरियाद सुनी गयी और समस्या के समाधान का आश्वासन दिया गया.
ग्रामीणों से बात करने के बाद एसपी श्री माहथा ने कहा कि माइंस से भलही और पटखाही के ग्रामीणों में असंतोष है और ऐसे मामलों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.
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डीसी और पुलिस मुख्यालय को कराया गया अवगत
एसपी ने कहा कि ग्रामीणों की समस्याओं को जानने के बाद उपायुक्त और पुलिस मुख्यालय में इस मसले पर बात की गयी है. समस्याओं को दूर करने के लिए पहल की जायेगी.
गांव में अधिकतर लोग अनुसूचित जनजाति के हैं. उनके समक्ष पेयजल, पत्थर तोड़ने के दौरान विस्फोट से परेशानी, बेरोजगारी का आलम है. निश्चित ही यह गंभीर सवाल है, लेकिन ग्रामीणों की आड़ में कुछ अपराधी इसका नाजायज फायदा उठा रहे हैं.
पटखाही के साबिर अंसारी, गुड्डू, संजय यादव उर्फ डॉक्टर सहित अन्य अपराधी हिंसक वारदात को अंजाम दे रहे हैं. लेकिन अब ऐसा नहीं होगा, उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जायेगा. सद्दाम अंसारी को पहले ही गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है.
घटना के दो घंटे बाद पहुंची पुलिस

जिला मुख्यालय डालटनगंज से 50 किलोमीटर दूर और छत्तरपुर थाना से महज पांच किलोमीटर की दूरी पर दनटुटा पत्थर माइंस स्थित है. बुधवार की रात 8.30 से 9 बजे के बीच अपराधियों का एक गिरोह वहां पहुंचा था और उत्पात मचाना शुरू कर दिया.
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इस दौरान अपराधियों ने 10 से 12 राउंड फायरिंग की. फायरिंग से घबराकर माइंसकर्मी मौके से फरार हो गए. बाद में अपराधियों ने वहां जमकर आगजनी की. पत्थर तोड़ने में लगाए गए तीन पोकलेन और दो ड्रिल मशीन को आग के हवाले कर दिया गया. दो जनरेटरों में भी आग लगा दी गयी. इस दौरान वहां खड़े दो वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया गया.
माइंस मालिक ने लगायी न्याय की गुहार
माइंस मालिक अंजनी सिंह ने जिले के पुलिस अधीक्षक इन्द्रजीत माहथा से अपराधियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई की गुहार लगायी है. अंजनी सिंह ने बताया कि अबतक आगजनी की दो घटनाओं से उन्हें करोड़ों का नुकसान हुआ है.
व्यवसाय पर बुरा प्रभाव पड़ा है. माइंस पर मजदूर सहित अन्य स्तर के कर्मियों में दहशत का माहौल है. कोई काम करने को तैयार नहीं हो रहा है. ऐसे में उन्हें भारी आर्थिक और मानसिक नुकसान हो रहा है.
पहले भी जलायी गयी थी मशीनें
दनटुटा पत्थर माइंस को अंजनी सिंह चलाते हैं. इस माइंस पर पहले भी अपराधियों ने हमला किया था. कुछ माह पूर्व अपराधियों द्वारा माइंस पर धावा बोलकर मशीनों में आग लगा दी गयी थी.
मजदूरों के साथ मारपीट और माइंस बंद करने की धमकी दी गयी थी. अपराधियों का उत्पात यहीं तक सीमित नहीं रहा था. कुछ दिन बाद माइंस के एक सुपरवाइजर से अपराधियों ने हथियारों के बल हजारों रूपये नकद लूट लिए थे.
माइंस के विरोध में ग्रामीण
दनटुटा पत्थर माइंस को बंद कराने के लिए कई स्तरों पर स्थानीय ग्रामीण आन्दोलन कर चुके हैं. ग्रामीणों का आरोप रहा है कि माइंस से गांव में कई तरह की समस्याएं विकराल रूप ले चुकी है.
पेयजल की जहां भारी किल्लत है, वहीं माइंस से उड़ने वाले डस्ट से खेती योग्य भूमि बंजर हो चुकी है. कई तरह की सांस जनित बीमारियां फैल रही हैं. ग्रामीणों का यह भी आरोप है कि जब भी माइंस का विरोध किया जाता है, उन्हें झूठे मुकदमे में फंसा दिया जाता है.
पिछले दिनों पलामू समाहरणालय परिसर में माइंस बंद कराने के लिए एक सप्ताह से अधिक समय तक धरना-प्रदर्शन भी किया गया था.
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