National

पीएम मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में कुल कितनी राशि खर्च हुई, सरकार के पास ब्योरा नहीं  : आरटीआई 

NewDelhi :  प्रधानमंत्री मोदी के दूसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण समारोह में हुए कुल खर्च का ब्योरा  सरकार के पास उपलब्ध नहीं है. राष्ट्रपति सचिवालय ने ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया द्वारा दायर आरटीआई आवेदन के जवाब में यह जानकारी दी है.  नरेंद्र मोदी ने 30 मई को दूसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ ग्रहण की थी.

राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस समारोह को भारत के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा शपथ ग्रहण समारोह कहा गया है, जिसमें  आठ हजार से अधिक मेहमान शामिल हुए थे. आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, 30 मई 2019 को आयोजित प्रधानमंत्री  मोदी के इस शपथ ग्रहण समारोह में 26 मई 2014 में आयोजित शपथ ग्रहण की तुलना में डेढ़ गुना अधिक लोग शामिल हुए.

इसे भी पढ़ेंः चौथी बार कर्नाटक के सीएम बनेंगे येदियुरप्पा, शाम छह बजे शपथ ग्रहण, 31 जुलाई तक साबित करना होगा बहुमत

2019 के समारोह में 9,633 अतिथि आये

2014 में हुए समारोह में 6,404 लोग शामिल हुए थे, वहीं 2019 के समारोह में 9,633 अतिथि आये.  सरकार ने बताया कि 30 मई को आयोजित हुए समारोह के कुल खर्च का ब्योरा उनके पास उपलब्ध नहीं है.   हालांकि सचिवालय ने जानकारी दी कि  32 लाख रुपये केवल साउंड सिस्टम और बिजली उपकरणों के किराये पर खर्च हुए.

आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार, साउंड सिस्टम और बिजली के उपकरणों  में  11,79,750 रुपये अस्थायी प्रकाश व्यवस्था, मिस्ट पेडस्टल पंखे, वायु पंखे और डीजी सेट के लिए खर्च किये गये, .वहीं, 18,63,744 रुपये ऑडियो सिस्टम, अस्थायी लाइटिंग, कार कॉलिंग सिस्टम, वीडियो वॉल और यूपीएस सिस्टम और 1,48,680 रुपये एल्टो शैम (खाना गर्म करने का उपकरण) के किराये पर खर्च हुए.

समारोह में हुए खर्चो का ब्योरा देना संभव नहीं है

मुख्य सूचना अधिकारी ने अपने लिखित उत्तर में  जानकारी दी कि इस तरह का खर्च  बजट से  विभिन्न अनुभाग को आवंटित किया जाता है, अतः समारोह में हुए खर्चो का ब्योरा देना संभव नहीं है.  जान लें कि राष्ट्रपति सचिवालय ने ऐसा ही  जवाब  2014 में भी आरटीआई कार्यकर्ता रमेश वर्मा के आवेदन पर दिया था.  उस समय  सचिवालय ने बताया था कि नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में केवल टेंट, मंच, फर्नीचर और अन्य सामग्रियों पर 17.60 लाख रुपये का खर्च आया था.

ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया के कार्यकारी निदेशक रमानाथ झा के अनुसार देश के इतिहास का सबसे बड़ा शपथ ग्रहण समारोह सबसे महंगा भी रहा. ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल इंडिया ने जनता के पैसों के खर्च और उनके खुलासे में पारदर्शिता को दिखाने के लिए यह आरटीआई दाखिल की थी.

डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में सात अरब  रुपये खर्च किये गये

कहा कि भारतीय अपने प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण के लिए कोई भी राशि खर्च कर सकते हैं लेकिन सार्वजनिक मामलों में पारदर्शिता और उनके खुलासे बेहद जरूरी होते हैं. दुनिया पारदर्शिता की ओर बढ़ रही है और इस तरह के हाई-प्रोफाइल समारोह के खर्च के बारे में जानकारी को सार्वजनिक किये जाने की मांग गलत नहीं है.

उन्होंने कहा कि इस तरह के शपथ ग्रहण समारोहों के खर्च पर दुनियाभर में बहस हो रही है.  बताया कि अमेरिका के 45वें राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में सात अरब से अधिक रुपये (107 मिलियन डॉलर) खर्च किये गये. जानकारी दी गयी कि अमेरिका में ऐसे कार्यक्रमों के लिए अधिकतर धनराशि चंदे के माध्यम से जमा की जाती है.

इसे भी पढ़ेंः सपा सांसद आजम खान चौतरफा घिरे, मायावती ने कहा, आजम माफी मांगें, रमा देवी ने लोकसभा से बर्खास्त करने की मांग की

Related Articles

Back to top button