NewDelhi : चार नवंबर से ईरान से होने वाले तेल आयात पर अमेरिकी पाबंदी लग जायेगी. लेकिन इस पाबंदी के बीच अमेरीका भारत को बड़ी राहत देने जा रहा है. खबरों के अनुसार अमरीका ने भारत को ईरान प्रतिबंधों से छूट देने पर सहमति जताई है, जिससे भारत को ईरान से तेल आयात करने की छूट मिलेगी. खबरों के अनुसार कुछ दिनों में इससे जुड़ी आधिकारिक घोषणा की जा सकती है. बता दें कि 2017-18 में भारत ने ईरान से 22 मिलियन टन कच्चा तेल आयात किया था. कहा जा रहा है कि 2018-19 में भारत ईरान से लगभग एक तिहाई यानी 14-15 मिलियन टन तेल ही आयात करेगा. चार नवंबर 2018 से ईरान पर अमरीकी पाबंदी लागू हो जायेगी. बता दें कि अमेरिका ने सब को चेता दिया है कि ईरान के साथ जो भी देश व्यापार करेगा, उसे अमेरिकी बैंकिंग प्रणाली और वित्तीय प्रणाली से बाहर कर दिया जायेगा.
अमेरिका 2015 के ईरान परमाणु समझौते से पीछे हट गया था और उसी समय ईरान पर कुछ प्रतिबंध लगा दिये थे. इसके बाद ट्रंप ने भारत सहित ईरान से तेल खरीदने वाले अन्य सभी देशों को निर्देश दिया कि वे चार नवंबर तक कच्चे तेल का आयात पूरी तरह बंद कर दें, अन्यथा उन्हें प्रतिबंधों का सामना करना पड़ेगा.
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भारत की ऊर्जा का 80 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा आयातित तेल से पूरा करता है
खबरों के अनुसार भारत ने अमेरिका के समक्ष 1.30 अरब की आबादी की ऊर्जा जरूरतों का हवाला देते हुए इस संबंध में अपनी असमर्थता जताई है. जान लें कि भारत की ऊर्जा आवश्यकता का 80 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा आयातित तेल से पूरा होता है. हालंकि भारत ने ईरान से कच्चे तेल के आयात में भारी कमी भी की है. आयात में मिली छूट इंडियन ऑयल तथा एमआरपीएल के लिए बड़ी राहत की खबर है. दोनों ही ईरान के सबसे बड़े तेल खरीदार हैं. सूत्रों के अनुसार कंपनियां ईरान को तेल की रकम किस तरह अदा करेंगी, इस पर दोनों देशों के बीच बातचीत जारी है. उम्मीद है कि इसके लिए भुगतान के मौजूदा तरीके को ही अपनाया जायेगा, जिसमें 55 फीसदी भुगतान यूरो में और 45 फीसदी भुगतान रुपए में यूको बैंक के जरिए हेागा.